दर्द का एहसास

दर्द का एहसास

दर्द का एहसास जानना है तो प्यार करके देखो,अपनी आँखों में किसी को उतार कर देखो,चोट उनको लगेगी आँसू तुम्हें आ जायेंगे,ये एहसास जानना हो तो दिल हार कर...
उदास हूँ पर

उदास हूँ पर

उदास हूँ पर तुझसे नाराज़ नहीं,तेरे दिल में हूँ पर तेरे पास नहीं,झूठ कहूँ तो सब कुछ है मेरे पासऔर सच कहूँ तो तेरे सिवा..कुछ नहीं है...
आखों को आखों से

आखों को आखों से

आखों को आखों से बताई जाती है…दुनिया से जो बात छुपाई जाती है…चाँद से पुछो या पूछो मेरे दिल से …तन्हा कैसे रात बिताई जाती...
आसमान पे चाँद

आसमान पे चाँद

आसमान पे चाँद जल रहा होगा, किसी का दिल मचल रहा होगा, उफ़ ये मेरे पैरों में चुभन कैसी है, जरूर वो काँटों पर चल रहा...
खता हो गयी

खता हो गयी

खता हो गयी तो फिर सज़ा सुना दो,दिल में इतना दर्द क्यूँ है वजह बता दो,देर हो गयी याद करने में जरूर,लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल मिटा...

Pin It on Pinterest