आपके मूड को फ्रैश करने वाली 10 याद शायरी कलेक्शन स्पैशल आपके लिए लेकर आए है हम। हमें उम्मीद है की आप को ये कलेक्शन पसंद आएगा और आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करेंगे


शिकायत नहीं
तेरे पासलों से मुझे
बस इतना याद रखना
किसी को तेरा इंतजार है

तुम ऐसे कौन ख़ुदा हो..?
कि उम्र भर हमने…!!
तुमसे कोई उम्मीद भी न रखी .,
ना-उमीद भी न रहे…!!

तू मिल रहा है .,
मगर मिल नहीं रहा मुझसे….!!
यह बात ठीक है लेकिन.,
यह बात ठीक नहीं….!!

मंजिल को ख़बर भी नहीं….!!
सफ़र किस तरह गुजारा है हमने.!!

आरजू होनी चाहिए किसी को याद करने की,
लम्हे अपने आप मिल जाते है,
कौन पूछता है पिंजरे में बंद पंछियों को,
याद वही आते है जो उड़ जाते है।

दूर है तुमसे कोई गम नहीं,
दूर रहकर भुला दे वैसे हम नहीं,
मुलाकात नहीं हुआ तो क्या हुआ तुम से,
तेरी याद कोई मुलाकात से कम नहीं।

जिंदा रहे तो हर दिन
तुम्हे याद करते रहेंगे,
भूल गए तो समझ लेना
खुदा ने हमें याद कर लिया।

छोड़ दिया साथ तो कोई गम नहीं,
भूल जाएंगे आप हमें भुलाने वाले हम नहीं,
आपसे मुलाकात ना हुए तो कोई बात नहीं,
आपकी याद मुलाकात से कम नहीं।

प्यार और दोस्ती का रिश्ता भी
कितना अजीब होता है,
मिल जाये तो बातें लंबी और
बिछड़ जायें तो यादें लंबी।

न वो आ सके न हम कभी जा सके,
न दर्द दिल का किसी को सुना सके,
बस बैठे हैं उनकी यादों में खोए हुए,
न उन्होंने याद किया और न हम भुला सके।

महसूस कर रहे है
तेरी लापरवाही कुछ दिनो से,
याद रखना अगर हम बदल गए,
तो मनाना तेरे बस की बात नहीं।

अहसास मिटा, तलाश मिटी, मिट गई उम्मीदें भी,
सब मिट गया पर जो न मिट सका, वो है यादे तेरी।

आज हम हैं कल हमारी यादें होंगी,
जब हम ना होंगे तब हमारी बातें होंगी,
कभी पलटोगे ज़िन्दगी के यह पन्ने,
तब शायद आप की आंखें में भी बरसातें होंगी।

ये नहीं कि आपकी याद आती नहीं,
कहना सिर्फ इतना है कि हम बताते नहीं,
अनमोल है आपसे दिल का रिश्ता हमारा,
आप जानते हैं इसलिए हम बताते नहीं।
ये भी पढें –
यादों की कीमत वह क्या जाने
जो किसी को यूं ही भुला देते हैं,
यादों का मतलब उनसे पूछो
जो यादों के सहारे जिया करते हैं।
याद करते हैं तुमको बहुत ज्यादा,
तुम्हारे बिना जिंदगी है हमारे बिल्कुल आधा।
तेरी तस्वीरों में कुछ यादें मेरी भी है,
कुछ पलों की बातें अधूरी भी हैं।
कितनी हसीन हो जाती है,
उस वक़्त दुनिया,
जब अपना कोई कहता है,
तुम याद आ रहे हो।
मैं शिकायत करूँ तो क्यों करूँ,
ये तो किस्मत की बात है,
तेरी सोच में भी नहीं मैं,
और तू मुझे लफ्ज़ लफ्ज़ याद है।