नजरों को तेरे प्यार से इंकार नहीं है,
अब मुझे किसी और का इंतज़ार नहीं है,
खामोश अगर हूँ मैं तो ये वजूद है मेरा
तुम ये न समझना कि तुमसे प्यार नहीं है।
by ShayariArt | Oct 30, 2018 | Love Shayari | 0 comments
नजरों को तेरे प्यार से इंकार नहीं है,
अब मुझे किसी और का इंतज़ार नहीं है,
खामोश अगर हूँ मैं तो ये वजूद है मेरा
तुम ये न समझना कि तुमसे प्यार नहीं है।