सुबह-सुबह ये कलियां सब खिल जाती हैं,
हमे तो तेरी यादों की गलियां मिल जाती हैं,
तुझसे मुलाकात तो हमारी कभी होती नही,
लेकिन सूरज की पहली किरण के साथ
एक आस तो मिल जाती है।
सुबह-सुबह ये कलियां सब खिल जाती हैं,
हमे तो तेरी यादों की गलियां मिल जाती हैं,
तुझसे मुलाकात तो हमारी कभी होती नही,
लेकिन सूरज की पहली किरण के साथ
एक आस तो मिल जाती है।