माँ की ममता

अब भी चलती है,जब आँधी कभी गम की,#माँ की ममता मुझेबाहों में छुपा लेती है..
वाह रे जमाने – Shayari for Mother Father

वाह रे जमाने – Shayari for Mother Father

वाह रे जमाने तेरी हद हो गई, बीवी के आगे माँ रद्द हो गई !बड़ी मेहनत से जिसने पाला,आज वो मोहताज हो गई !और कल की छोकरी, तेरी सरताज हो गई ! बीवी हमदर्द और माँ सरदर्द हो गई !वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!पेट पर सुलाने वाली, पैरों में सो रही !बीवी के लिए लिम्का,माँ पानी को...
माँ तो माँ होती है

माँ तो माँ होती है

पहली बार किसी गज़ल को पढ़कर आंसू आ गए ।  शख्सियत ए “लख्ते-जिगर” कहला न सका । जन्नत के धनी “पैर” कभी सहला न सका । दुध पिलाया उसने छाती से निचोड़कर, मैं “निकम्मा, कभी 1 ग्लास पानी पिला न सका। बुढापे का “सहारा हूँ...

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