मेरा आपकी कृपा से, सब काम हो रहा है,करते हो तुम कन्हैया, मेरा नाम हो रहा हैपतवार के बिना हे, मेरी नाव चल रही है,बस होता रहे हमेशा, जो कुछ भी हो रहा हैंकृष्णा जन्माष्टमी की हार्दिक...
चढ़ा हुआ कलयुग का सूरज कितने और जलाओगे,धरती की रक्षा की खातिर हे कृष्णा! तुम कब आओगे।बुझा दिए अरमा लाखों है कितने और बुझाओगे,फंसे हुए इस कालचक्र में कब तुम हमे बचाओगे।जन्म से ही लग गया कलंक खुशियों का खो गया चमन,काटों भरा हो गया जहां गुल तुम कब खिलाओगे।मर चूका इंसान...
रक्षा बंधन भाई बहन के प्यार को समझाती ये खास पोस्ट है आपके लिए बड़े होकर बड़े होकर भाई-बहन कितने दूर हो जाते हैं इतने व्यस्त हैं सभी कि मिलने से भी मजबूर हो जाते हैं एक दिन भी जिनके बिना नहीं रह सकते थे हम सब ज़िन्दगी में अपनी मसरूफ हो जाते हैं छोटी-छोटी बात बताये...