रक्षाबंधन पर खास आपके लिए है ये खुबसूरत शायरी आज बहन नें बडे प्रेम से, रंग-बिरंगा चौक बनाया, इसके बाद चौक के ऊपर, अपने भईया को बिठाया, रंग-बिरंगी राखी बाँधी, फिर सुंदर सा तिलक लगाया, गोल गोल रसगुला खा कर, भईया मन ही मन मुस्काया, थाल सजा कर दीप जला कर, भाई की आरती...
सावन का मौसम था, पूनम की रात थी, मैं उसके पास था, वो मेरे करीब थी.. फिर वो मेरे पास आई, और थोड़ी सी घबराई, जब मैने उसका हाथ पकड़ा, तो वो थोड़ी सी शरमाई.. उसने कहा आज हम, ऐसे बन्धन में बंध जाऐंगे, जिसे दुनियाँ की, कोई ताकत ना तोड़ पाऐ.. मेरी खुशी का अन्दाज़ा, लगाना...