वाह रे जमाने – Shayari for Mother Father

वाह रे जमाने – Shayari for Mother Father

वाह रे जमाने तेरी हद हो गई, बीवी के आगे माँ रद्द हो गई !बड़ी मेहनत से जिसने पाला,आज वो मोहताज हो गई !और कल की छोकरी, तेरी सरताज हो गई ! बीवी हमदर्द और माँ सरदर्द हो गई !वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!पेट पर सुलाने वाली, पैरों में सो रही !बीवी के लिए लिम्का,माँ पानी को...

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