पेश है खास आपके के लिए रिश्तो और जज़्बातों से जुड़ी इजाज़त शायरी। किसी अपने से इजाज़त लेने और देने के लिए शायराना अंदाज हिन्दी शायरी के रूप में – तुम्हारी फिक्र करने के लिए हमारा रिश्ता होना जरूरी तो नही…एहसास की ही तो बात है,तुम्हारी इजाजत भी जरूरी नही…. इजाजत...
आज आसमान के तारों ने मुझे पूछ लिया,क्या तुम्हें अब भी इंतज़ार है उसके लौट आने का।मैंने मुस्कुराकर कहा,तुम लौट आने की बात करते हो,मुझे तो अब भी यकीन नहीं उसके जाने...