आह को चाहिये एक उम्र असर होने तक ! कौन जीता है तेरे जुल्फ के असर होने तक !! हमने माना की तगफ्फुल ना करोगे लेकिन ! खाक हो जायेंगे हम तुमको खबर होने तक...
सब कुछ है नसीब में, तेरा नाम नहीं है दिन-रात की तन्हाई में आराम नहीं हैमैं चल पड़ा था घर से तेरी तलाश में आगाज़ तो किया मगर अंजाम नहीं हैमेरी खताओं की सजा अब मौत ही सही इसके सिवा तो कोई भी अरमान नहीं हैकहते हैं वो मेरी तरफ यूं उंगली उठाकर इस...