सावन का मौसम था, पूनम की रात थी, मैं उसके पास था, वो मेरे करीब थी.. फिर वो मेरे पास आई, और थोड़ी सी घबराई, जब मैने उसका हाथ पकड़ा, तो वो थोड़ी सी शरमाई.. उसने कहा आज हम, ऐसे बन्धन में बंध जाऐंगे, जिसे दुनियाँ की, कोई ताकत ना तोड़ पाऐ.. मेरी खुशी का अन्दाज़ा, लगाना...