दिल की बात करो शायरी के साथ – 15 जनवरी

दिल की बात करो शायरी के साथ – 15 जनवरी

बदल जाओ वक्त के साथया फिर वक्त बदलना सीखोमजबूरियों को मत कोसोहर हाल में चलना सीखो  चूल्हे नहीं जलाए कि बस्ती ही जल गईकुछ रोज़ हो गए हैं अब उठता नहीं धुआं। तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो,दिल मेरा था और धड़क रहा था वो।प्यार का ताल्लुक भी अजीब होता है,आंसू मेरे थे और...

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