
छुपे छुपे से रहते हैं..
सरेआम नहीं हुआ करते ,
कुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं
उनके नाम नहीं हुआ करते !!
Home » Hindi Shayari » Love Shayari » छुपे छुपे से
छुपे छुपे से रहते हैं..
सरेआम नहीं हुआ करते ,
कुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं
उनके नाम नहीं हुआ करते !!