डॉ. भीमराव अंबेडकर जी का जन्म मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में 14 अप्रैल 1891 को हुआ था। 6 दिसंबर 1956 को दिल्ली में अपने घर में डॉ आंबेडकर का देहांत हो गया था। डॉ भीमराव अंबेडकर स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री रहे। डॉ भीमराव अंबेडकर के विचारों को हिन्दी में पढ़िये। ये अनमोल विचार आपकी सोच और आपका जीवन बदल देंगे –

मैं एक समुदाय की प्रगति को..
उस प्रगति की डिग्री से मापता हूं जो महिलाओं ने हासिल की है।
@Ambedkar

बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का महत्वपूर्ण लक्ष्य होना चाहिए।
@Ambedkar
लाखों युवाओं के जीवन को बदलने वाले अंबेडकर के ये अनमोल विचार आप भी पढ़िए –
- मुझे वह धर्म पसंद है जो स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व सिखाता है।
- भाग्य में नहीं, अपनी शक्ति में विश्वास रखो।
- वे इतिहास नहीं बना सकते जो इतिहास को भूल जाते हैं।
- शिक्षा महिलाओं के लिए भी उतनी ही जरूरी है जितनी पुरषों के लिए।
- ज्ञान हर व्यक्ति के जीवन का आधार है।
- शिक्षित बनो, संगठित रहो और उत्तेजित बनो।
- महान प्रयासों को छोड़कर इस दुनिया में कुछ भी बहुमूल्य नहीं है।
- धर्म मनुष्य के लिए है न कि मनुष्य धर्म के लिए।
- यदि आप मन से स्वतंत्र हैं तभी आप वास्तव में स्वतंत्र हैं।
- आप स्वाद को बदल सकते हैं पर जहर को अमृत में परिवर्तित नही किया जा सकता।
- संविधान केवल वकीलों का दस्तावेज नहीं है बल्कि यह जीवन का एक माध्यम है।
- अच्छा दिखने के लिए नहीं बल्कि अच्छा बनने के लिए जिओ।
- देश के विकास से पहले अपनी बुद्धि के विकास की आवश्यकता है।
दोस्तो उम्मीद है की बाबा साहब के ये अनमोल विचार आपकी जीवन में नई उमंग भर देंगे । ये विचार आपको कैसे लगे कमेंट बॉक्स मे बताऐं