
मैं जब भी चाहूँ तुमको पुकार लेता हूँ।
अपने लफ़्ज़ों में तुमको उतार लेता हूँ।
मैं जानता हूँ तुम कभी न आओगे मगर-
तेरी यादों को दिल में सँवार लेता हूँ।
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मैं जब भी चाहूँ तुमको पुकार लेता हूँ।
अपने लफ़्ज़ों में तुमको उतार लेता हूँ।
मैं जानता हूँ तुम कभी न आओगे मगर-
तेरी यादों को दिल में सँवार लेता हूँ।