तुझको देखा

तुझको देखा

तुझको देखा तो फिर उसको ना देखा .. चाँद कहता रह गया, मैं चाँद हूँ मैं चाँद हूँ..
हर एक बात पर

हर एक बात पर

  हर एक बात पर वक़्त का तकाजा हुआ, हर एक याद पर दिल का दर्द ताजा हुआ, सुना करते थे ग़ज़लों में जुदाई की बातें, खुद पे बीती तो हकीकत का अंदाजा...
मैं तेरा मुंतज़िर हूँ

मैं तेरा मुंतज़िर हूँ

मैं तेरा मुंतज़िर हूँ मुस्कुरा के मिल कब तक तुझे तलाश करूँ अब आ के मिल यूं मिल के फिर जुदाई का लम्हा न आ सके जो दरमियाँ में है सभी कुछ मिटा के...
दिल थाम कर

दिल थाम कर

बिछड़ने/जुदाई, महोब्बत मे दर्द शायरी दिल थाम कर जाते हैं हम राहे-वफा से,खौफ लगता है हमें तेरी आंखों की खता से,जितना भी मुनासिब था हमने सहा हुजूर,अब दर्द भी लुट जाए तुम्हारी दुआ से।हम तो बुरे नहीं हैं तो अच्छे ही कहाँ हैं,दुश्मन से जा मिले हैं मुहब्बत के गुमां से,वो...
जुदाई/बिछड़ने पर शायरी हिन्दी में

जुदाई/बिछड़ने पर शायरी हिन्दी में

बिछड़ने की शायरी हिंदी में / जुदाई शायरी का संग्रह हिन्दी में पढें बिछडनें और जुदाई शब्द पर शायरी पढें ये किस मोड़ पर तुम्हे बिछड़ने की सूझी,मुद्दतों के बाद तो संवरने लगे थे हम…हालात का तक़ाज़ा था , एक बार मिल के हमबिछड़े कुछ इस अदा से , के दोबारा मिल न सकेंउनकी...
मासूमियत शायरी

मासूमियत शायरी

मासूमियत शब्द पर शायरी। सादगी पर शायरी न जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर.. तेरे सामने आने से ज़्यादा तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है.. क्या बयान करें तेरी मासूमियत को शायरी में हम, तू लाख गुनाह कर ले सजा तुझको नहीं मिलनी। दम तोड़ जाती है हर शिकायत, लबों पे आकर, जब...

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