यूँ ही बेवजह by ShayariArt | Aug 7, 2018 | Love Shayariयूं ही बेवजह कोई कलम नहीं चलाता है जनाब, किसी की तस्वीर तसब्बुर मे होती जरूर है…. अल्फाज यूं ही नहीं आते हैं जहन में, किसी का ख्याल तसब्बुर में होता जरूर है… भले ही बेपरवाह हो हमसफर हमकदम उसका, महक महबूब की तसब्बुर में होती जरूर...
चले आओ by ShayariArt | Aug 6, 2018 | Love Shayariचले आओ मेरी कलम की स्याही बनकर,तुम्हें अपनी जिन्दगी के हर पन्ने में उतार दूं….✍️ 😀
किसी को नफरत by ShayariArt | Aug 4, 2018 | Love Shayariकिसी को नफरत है मुझसे और कोई प्यार कर बैठा, किसी को यकीन नहीं मेरा और कोई ऐतबार कर बैठा…!!
तुझको देखा by ShayariArt | Jul 9, 2018 | Love Shayariतुझको देखा तो फिर उसको ना देखा .. चाँद कहता रह गया, मैं चाँद हूँ मैं चाँद हूँ..