Mere Nasib Ka Likha

Mere Nasib Ka Likha

मेरे नसीब का लिक्खा बदल भी सकता था वो चाहता तो मेरे साथ चल भी सकता था ये तूने ठीक किया अपना हाथ खींच लिया मेरे लबों से तिरा हाथ जल भी सकता था मैं ठीक वक़्त में ख़ामोश हो गया वरना मिरे रफ़ीकों का लहेजा बदल भी सकता था merre nasib ka likha badal bhi sakta tha wo chahta...
शिकायत

शिकायत

शिकायत उन्हें कि हम याद नहीं करते,भूलें ही कहां थे उन्हें जो याद करते।
दिल के कोने से

दिल के कोने से

दिल के कोने से एक आवाज़ आती हैहमें हर पल उनकी याद आती हैदिल पूछता है बार – बार हमसेके जितना हम याद करते है उन्हेंक्या उन्हें भी हमारी याद आती...
सुबह आ गई

सुबह आ गई

वो सुहानी शाम गुज़र गई और महकती सुबह आ गई,दिल ज़ोरों से धड़का और तुम्हारी याद आ गई।
कोई वादा नहीं

कोई वादा नहीं

कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतज़ार हैजुदाई के बाद भी तुम से प्यार हैतेरे चेहरे की उदासी बता रही हैमुझसे मिलने के लिये तू भी बेकरार...

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